Sunday, June 24, 2012
भीड मे केतुल तन्हा कहां रहेता है?
कीसीकी यादमे वो भी खडा रहेता है।
उन आंसुओ की कीमत तुम क्या जानो?
जब कीसीकी यादमे आंखोसे बहता है?
मजबुर है वो बस अपने प्यार के लीये;
वरना जुल्म इतना कहां कोइ सहेता है?
युं तो हमभी बने होंगे कीसी के लीये ;
मगर एकरार ए इश्क कहां कोइ कहेता है?
क्या हुआ जो खुदाने सांसे छीन ली?
सभीकी यादमें झिंदा केतुल महेता है।
Thursday, June 21, 2012
Monday, June 18, 2012
Sunday, June 17, 2012
થોડું જીવીને થોડું મરું છું
દિવસો જુદાઇના રોઇને ભરૂં છું
મારી હાલત પર દુખ ના કર
તારી પાસે હું ક્યાં કરગરૂ છું?
આજે પણ એજ મોજમસ્તી છે
નથી દેખાવ બસ અમસ્તી છે
નથી ઉદાસી ભર્યું જીવન હવે
ખુશી ખુશી હું તો હર ફર કરૂં છું
જીવન મે તારા નામે કર્યું છે
આંસુઓ થી મારૂં મન ભર્યું છે
આમતો કેતુલ મોત છે મંઝિલ
પણ યાદમા એની રોજ હું મરૂં છુ
Wednesday, June 13, 2012
Thursday, June 7, 2012
झिंदगी तुजसे ज्यादा मैंने जी ली है
अब साकी रहम कर बहोत पी ली है
सारी उम्र करता रहा जीसका इंतेजार
वो ना आये मगर मौत आके मीली है
कोइ चुरा ना ले उन्हे नजरो से हमार्री
हमने पलको से अपनी आंखे सी ली है
वो भी आयेंगे एक बार कब्र पे मेरी यारो
उसके पैरो की आहट से ये झमीं हीली है
मेरी मौत का उसे कोई गम नही, केतुल
जरा हसने से उसकी ये आंखे गीली है
अब साकी रहम कर बहोत पी ली है
सारी उम्र करता रहा जीसका इंतेजार
वो ना आये मगर मौत आके मीली है
कोइ चुरा ना ले उन्हे नजरो से हमार्री
हमने पलको से अपनी आंखे सी ली है
वो भी आयेंगे एक बार कब्र पे मेरी यारो
उसके पैरो की आहट से ये झमीं हीली है
मेरी मौत का उसे कोई गम नही, केतुल
जरा हसने से उसकी ये आंखे गीली है
Tuesday, June 5, 2012
Monday, June 4, 2012
Sunday, June 3, 2012
Friday, June 1, 2012
Subscribe to:
Posts (Atom)